

कार्यक्रम मे किसी एक व्यक्ति ने इनकी मूछों तथा चेहरे की बनावट देख कर पूछा कि आप डा. हेडगेवर से काफी मिलते है क्यों न आपको डा. हेडगवार माना जाये ? तो उन्होने उत्तर दिया मुझे भी आपमें पूज्य डा. साहब दिखते है बस जरूरत है उन्हे उभारने की। सभी उनके उत्तर उत्साहित हो कर हँस पड़े। :)
8 comments:
आरएसएस के सरकार्यवाह मोहनजी भागवत जैसे तपस्वियों एवं देशप्रेमियों से ही भारत विश्वगुरू बनेगा।
आपने लिखने में कंजूसी बरत दी; थोड़ा और विस्तार से लिखना चाहिये था।
शत शत नमन. इन्हीं जैसे भारत माता के सपूतों की वजह से आज देश बचा हुआ है. आरएसएस नहीं होता देश कैसे आज़ाद होता, आज़ादी की लड़ाई में बड़ा योगदान है संघ का. गाँधी जैसे मूर्ख व्यक्ति को मारकर राष्ट्र को एक कायर से मुक्ति दिलाई. अब ज़रा मुसलमानों को टाइट करना चाहिए, आइए हिंदू राष्ट्र की स्थापना की दिशा में प्राणपन से जुट जाएँ. जय भारत, जय संघ, संघे शक्ति कलियुगे.
ब्रह्मत्व और वीरत्व का अपूर्व समन्वय...
हाजिर जवाबी और वक्तृता शक्ति आर.एस.एस. वालों का जबरदस्त प्लस प्वॉइण्ट है. पर कई क्षेत्रों में ऊर्जा का क्षय/बिखराव नजर आता है. उन विषयों पर लिखा और चर्चा होना जरूरी है.
हाँ सचमुच हैडगेवार जी से इनकी काफी शक्ल मिलती है। सही कहा आपने।
भैया बेनाम नाम तो तुम्हारा किसी ने रखा नही लगता पर विचार से तुम पक्के रूडीवादी हो ,जरा लाल झन्डे की पूरी खुराक यही उडेल देते बस इतने पर ही काहे चुप्पी लगादी मोदी हिन्दुत्व सभी
आदिती
इस फोटॊ कॊ मै अपने ब्लॉग पर युज करने वाला हू.. सधन्यवाद..
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